आज (16 सितंबर) को भारतीय शेयर बाजार में बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों की बहुप्रतीक्षित लिस्टिंग होने जा रही है। कंपनी का आईपीओ (IPO) हाल ही में जारी हुआ था, जिसे निवेशकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। कुल ₹3.23 लाख करोड़ की भारी सब्सक्रिप्शन के साथ यह आईपीओ भारतीय बाजार में चर्चा का विषय बना हुआ है।
ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के आधार पर उम्मीदें
बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों के लिए ग्रे मार्केट में भारी मांग देखी गई, जहां इनकी लिस्टिंग कीमत को लगभग 110% प्रीमियम पर अनुमानित किया जा रहा है। इसका मतलब यह है कि ₹70 प्रति शेयर के इश्यू प्राइस के मुकाबले यह शेयर लगभग ₹147 प्रति शेयर की शुरुआती कीमत पर लिस्ट हो सकता है। इससे निवेशकों को तगड़ा मुनाफा होने की उम्मीद है।
क्या मुनाफा बुक करना सही रहेगा?
कई निवेशक इस मौके पर त्वरित मुनाफा बुक करने पर विचार कर रहे हैं, क्योंकि इतनी बड़ी लिस्टिंग के बाद शुरुआती लाभ लेने की प्रवृत्ति बाजार में अक्सर देखी जाती है। लेकिन, बाजार विशेषज्ञ इस मामले में थोड़ा सावधानी से सोचने की सलाह दे रहे हैं।
लंबी अवधि के लिए बेहतरीन अवसर
मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि बजाज हाउसिंग फाइनेंस एक मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनी है, और हाउसिंग फाइनेंस सेक्टर में इसकी अच्छी संभावनाएं हैं। यह कंपनी नॉन-डिपॉजिट-टेकिंग हाउसिंग फाइनेंस में काम करती है और भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर की बढ़ती मांग के चलते इस सेक्टर का भविष्य उज्ज्वल है।
विशेषज्ञों के अनुसार, जो निवेशक इस आईपीओ में सफलतापूर्वक शेयर अलॉट करा चुके हैं, उन्हें लंबे समय तक इन शेयरों को होल्ड करने की सलाह दी जा रही है। कंपनी की ग्रोथ और विस्तार की संभावनाएं आने वाले समय में बेहतर रिटर्न देने की उम्मीद जता रही हैं।
निष्कर्ष
बजाज हाउसिंग फाइनेंस की शेयर लिस्टिंग निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। हालांकि, त्वरित मुनाफा कमाने का आकर्षण स्वाभाविक है, लेकिन कंपनी की ठोस बुनियादी ढांचे और उद्योग के उज्ज्वल भविष्य को देखते हुए, लंबे समय तक निवेशित रहना एक विवेकपूर्ण निर्णय हो सकता है। इसलिए, निवेशकों को अपने लक्ष्यों के आधार पर फैसला करना चाहिए कि वे लिस्टिंग के बाद मुनाफा बुक करेंगे या कंपनी की ग्रोथ का हिस्सा बनकर दीर्घकालिक रिटर्न हासिल करेंगे।
(Disclaimer: निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।)